द फॉलोअप डेस्कः
मोहम्मद अहसान अंसारी का शव पिछले एक सप्ताह से भी ज्यादा समय से विदेश में पड़ा हुआ है। परिजन उसके शव को वापस भारत लाने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं। लेकिन कागजी प्रक्रिया और आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण शव नहीं ला पा रहे हैं। परिजनों ने सरकार से एहसान के शव वापसी के लिए सरकार से गुहार लगाई है। इसके साथ ही हजारीबाग बरही के समाजसेवी व 2019 विधानसभा चुनाव के पूर्व प्रत्याशी संजय मेहता ने भी शव को भारत लाने की पहल की है। उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर कहा है कि मूल रूप से झारखंड के चतरा जिले के निवासी मोहम्मद अहसान की मृत्यु सऊदी अरब में हो गयी है। यह दुःखद घटना दिनांक 16 जुलाई 2023 को घटी है। परिजन परेशान हैं और शव को भारत लाने में सरकार से मदद चाहते हैं। संजय मेहता ने भारत सरकार से अनुरोध किया है कि मोहम्मद अहसान के शव को भारत लाने के लिए सऊदी अरब में भारतीय दूतावास से संपर्क स्थापित कर उचित पहल की जाए। पत्र भेजने के बाद भारतीय दूतावास ने की तरफ से संदेश आया है कि कुछ कागजी प्रक्रिया में मामला अटका है वह जैसे ही क्लीयर होता है वैसे ही मो. अहसान के शव को सबसे पहले दिल्ली उसके बाद कोलकाता और फिर कोलकाता से सड़क मार्ग से शव चतरा जिला भेजा जाएगा।
हार्ट अटैक से हुई मौत
बता दें कि मोहम्मद अहसान अंसारी जिले के घोर नक्सल प्रभावित गिद्धौर प्रखंड के घटेरी गांव के रहने वाले थे। जानकारी के मुताबिक एक हफ्ते पहले सऊदी अरब के जद्दा इलाके में हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई, जिसकी सूचना उनके परिजनों को मिली। तब से उनके परिजन और सगे संबंधी एहसान के शव को सऊदी अरब से भारत लाने का प्रयास कर रहे हैं। परिजनों के अनुसार नौ महीने पहले एहसान अंसारी सऊदी अरब रोजगार की तलाश में गए थे। एहसान सऊदी अरब में ड्राइविंग का काम करते थे। 2025 के अगस्त महीने में वह भारत आने वाले थे लेकिन उससे पहले ही हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई। परिजन सऊदी अरब से शव के आने का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन एहसान का शव घर कैसे आएगा, यह चिंता उनके परिजनों को और भी सता रही है।
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